हमारा विद्यालय

वाराणसी जनपद का एक उत्कृष्ट विद्यालय जो प्रत्येक सुविधा से परिपूर्ण है.

हमारा विद्यालय

भगवान आशुतोष एवं माँ अन्नपूर्णा की इस पावन काशी में सन 1969 ई0 में आदरणीय भाऊ राव देवरस जी की प्रेरणा से पं0 काशी नाथ पाण्डेय जी ने स्वामी विवेकानंद जी के आदर्शों के अनुरूप बालिका शिक्षा हेतु निवेदिता शिक्षा सदन की स्थापना की थी। पं0 काशी नाथ जी द्वारा रोपित यह बिरवा अब एक विशाल बट वृक्ष का रूप ले चुका है और स्त्री शिक्षा के नित नये-नये पायदानों पर चढ़ते हुये अपने उन्नति के पथ पर अग्रसर है। वर्तमान समय में यहाँ सम्पूर्ण परिसर में लगभग 2000 बालिकाएँ शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। विद्यालय परिसर में बालिकाओं हेतु कक्षा 6 से 12 तक हिन्दी और अँग्रेजी दोनों माध्यम में शिक्षण कार्य हो रहा है। बालिकाओं को मानविकी, वैज्ञानिक तथा वाणिज्य तीनों वर्गों की शिक्षा दी जा रही है। परिसर में शिक्षा के साथ-साथ खेलकूद की भी उचित व्यवस्था की गई है। भारतीय खेल प्राधिकरण द्वारा बालिकाओं के लिए कुश्ती के प्रशिक्षण की आवासीय व्यवस्था संचालित है। इसके अतिरिक्त संस्कृति मंत्रालय द्वारा कजरी व्याख्या केंद्र, रानी लक्ष्मी बाई व्याख्या केंद्र और जय शंकर प्रसाद व्याख्या केंद्र की स्थापना की गई है। नीति आयोग द्वारा अटल टिंकरिंग लैब भी स्थापित है। वर्तमान शिक्षा प्रणाली मे तेजी से बदलाव हो रहे हैं। आज के बदलते परिदृश्य में कम्प्यूटर तकनीक ने कमाल कर दिखाया है। बालिकाओं को तकनीकी शिक्षा के लिए विद्यालय में कंप्यूटर लैब भी स्थापित है तथा स्मार्ट कक्षाएं भी हैं। विद्यालय ने समय के साथ तालमेल बिठाकर नयी तकनीक से (आइ०टी) अपने को मज़बूत कर लिया है।